बिना किसी पूर्व सूचना के एसपी हिमांशु की गाड़ी जैसे ही टीओपी-2 के सामने आकर रुकी, वहां मौजूद पुलिसकर्मी एकदम सतर्क हो गए। टीओपी प्रभारी सनोज कुमार उस समय अपनी ड्यूटी में व्यस्त थे, लेकिन जब एसपी के आने की खबर फैली, तो सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार और सदर एसडीपीओ आलोक कुमार भी आनन-फानन में टीओपी पहुंच गए। मौके पर अफसरों की हलचल बढ़ गई, हर कोई समझने की कोशिश कर रहा था कि आखिर एसपी ने इतनी रात में औचक निरीक्षण का फैसला क्यों किया।
एसपी हिमांशु ने आते ही सीधे टीओपी-2 प्रभारी सनोज कुमार से इलाके में बढ़ते अपराधों को लेकर जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में जिस तरह से सहरसा में लूट, छिनतई और दुकानों में शटर उठाकर चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं, वह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। एसपी का रुख बेहद सख्त था। उन्होंने टीओपी प्रभारी को दो टूक शब्दों में कहा कि अपराधियों की पहचान जल्द से जल्द की जाए और उन पर कठोर कार्रवाई हो।
एसपी ने कहा कि अपराधियों के हौसले किसी भी हालत में बुलंद नहीं होने दिए जाएंगे। पुलिस को सख्ती दिखानी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि शहर में किसी भी तरह की अवैध गतिविधि को जड़ से खत्म किया जाए। उन्होंने रात में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए और कहा कि सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस की उपस्थिति हर वक्त महसूस होनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान एसपी ने टीओपी में मौजूद पुलिसकर्मियों से भी बातचीत की और उनकी कार्यशैली को लेकर फीडबैक लिया। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि अपराधियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए और आम जनता को यह भरोसा दिलाया जाए कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए हर समय तैयार है।
एसपी हिमांशु के इस औचक निरीक्षण के बाद पूरे पुलिस महकमे में हलचल मच गई है। इस कार्रवाई को लेकर अपराधियों में खौफ और पुलिस बल में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। अब देखना होगा कि इस निरीक्षण के बाद सहरसा की कानून व्यवस्था में कितना सुधार आता है और पुलिस अपने कर्तव्यों का पालन कितनी मुस्तैदी से करती है।
Post a Comment